बिना तुम्हारे आज का गुज़रना इस उम्मीद के साथ आना होगा कल तुम्हारा आज को कल होने के बीच मेरा होना मुझे याद ही नहीं रहता तुम्हारा इंतजार आज से कल तक एक उम्र गुज़र जाने जैसा है | – इरशाद अज़ीज़ इरशाद अज़ीज़ जी की कविता इरशाद अज़ीज़ जी की रचनाएँ [simple-author-box] अगर आपको यह रचना पसंद आयी हो तो इसे शेयर करें
बिना तुम्हारे
बिना तुम्हारे
आज का गुज़रना
इस उम्मीद के साथ
आना होगा
कल तुम्हारा
आज को कल
होने के बीच
मेरा होना
मुझे याद ही नहीं रहता
तुम्हारा इंतजार
आज से कल तक
एक उम्र गुज़र जाने जैसा है |
– इरशाद अज़ीज़
इरशाद अज़ीज़ जी की कविता
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