आप सा कोई देखा नही दिल कहीं और लगता नही हसरतें मेरी जगने लगीं दर्देदिल मेरा मिटता नही रहता है मुझसे अंजान वो आज तक दिल ये समझा नही बेपनहा इश्क़ तुझसे हुआ कैसे तुझको ये दिखता नही सिर्फ़ मैंने ही समझा तुझे तूने क्यूँ मुझको समझा नही याद तू ही रही है मुझे मैंने ख़ुद को भी सोचा नही इश्क़ में जान दे दे कोई ऐसा मैंने तो देखा नही ग़म के गौहर मिलेंगे तुझे मैं हूँ इंसान दरिया नही इस क़दर मुझमें डूबा ना कर तेरी ख़ातिर ये अच्छा नही ग़म जो तूने दिए शुक्रिया फिर देखो मैं रोया नही मौसमों से बदल वो गए आज तक ‘शाद’ बदला नही – शाद उदयपुरी ‘शाद’ जी की नई रचनाओं को पढ़ने के लिए यहाँ फॉलो करें – इश्क़ मोहब्बत शायरी हिंदी में [simple-author-box] अगर आपको यह रचना पसंद आयी हो तो इसे शेयर करें
आप सा कोई देखा नही
आप सा कोई देखा नही
दिल कहीं और लगता नही
हसरतें मेरी जगने लगीं
दर्देदिल मेरा मिटता नही
रहता है मुझसे अंजान वो
आज तक दिल ये समझा नही
बेपनहा इश्क़ तुझसे हुआ
कैसे तुझको ये दिखता नही
सिर्फ़ मैंने ही समझा तुझे
तूने क्यूँ मुझको समझा नही
याद तू ही रही है मुझे
मैंने ख़ुद को भी सोचा नही
इश्क़ में जान दे दे कोई
ऐसा मैंने तो देखा नही
ग़म के गौहर मिलेंगे तुझे
मैं हूँ इंसान दरिया नही
इस क़दर मुझमें डूबा ना कर
तेरी ख़ातिर ये अच्छा नही
ग़म जो तूने दिए शुक्रिया
फिर देखो मैं रोया नही
मौसमों से बदल वो गए
आज तक ‘शाद’ बदला नही
– शाद उदयपुरी
‘शाद’ जी की नई रचनाओं को पढ़ने के लिए यहाँ फॉलो करें –
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