प्रेम के देवता ऋतुराज प्रेम के देवता ऋतुराज तुम,
लाते हो मोहब्बत की सौगात तुम।
झुम उठती है सारी सृष्टी जब,
आते हो फुलो पर सवार तुम ।
प्रेम के देवता ऋतुराज तुम…..
कदंब की डाली पर कोयल गाती,
गीत प्रेम के मधुर कंठ से गाती ।
गाती प्रेम के युगल गीत सुरीले
जब प्रेम के राग बिखरते हो तुम
प्रेम के देवता ऋतुराज हो तुम…..
अल्हड़ सा नादान यौवन जब,
प्रेम की पाती पढ,शरमाता है।
अपने अधुरे प्रेम पर वह जब
कोई भ्रम से धोखा खा जाता है
तब प्रेम का पवित्र दर्शन कराते तुम
प्रेम के देवता ऋतुराज हो तुम ।
प्रेम के देवता ऋतुराज तुम
प्रेम के देवता ऋतुराज प्रेम के देवता ऋतुराज तुम,
लाते हो मोहब्बत की सौगात तुम।
झुम उठती है सारी सृष्टी जब,
आते हो फुलो पर सवार तुम ।
प्रेम के देवता ऋतुराज तुम…..
कदंब की डाली पर कोयल गाती,
गीत प्रेम के मधुर कंठ से गाती ।
गाती प्रेम के युगल गीत सुरीले
जब प्रेम के राग बिखरते हो तुम
प्रेम के देवता ऋतुराज हो तुम…..
अल्हड़ सा नादान यौवन जब,
प्रेम की पाती पढ,शरमाता है।
अपने अधुरे प्रेम पर वह जब
कोई भ्रम से धोखा खा जाता है
तब प्रेम का पवित्र दर्शन कराते तुम
प्रेम के देवता ऋतुराज हो तुम ।
हेमलता पालीवाल “हेमा”
हेमलता पालीवाल "हेमा" जी की कविता
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