
सुरेन्द्र कुमार चौधरी
सुरेन्द्र कुमार चौधरी जी जिला बाड़मेर में डिप्टी एसपी के पद पर कार्यरत हैं। उनकी रचनाएँ बहुत ही प्रभावशाली एवं भावपूर्ण होती हैं, सुनने वालों को वे बेहद पसंद आती हैं। उन्हें भिन्न-भिन्न भाषाओं में लिखने में महारत हासिल है।
शिक्षा
- बैचलर ऑफ़ साइंस बायोलॉजी
- मानवाधिकार में एम फिल
- एमबीए डिजास्टर मिटिगेशन
- पीजी पुलिस स्टडीज
विशिष्ट उपलब्धियां
- देश विदेश में कई कोर्स, ट्रेनिंग, सेमीनार, प्रशिक्षण प्राप्त किया। अखिल भारतीय पुलिस कमांडो में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
- बी एस एफ सहित राज्य व केंद्र के कई संस्थानों में सेवा कार्य
- संयुक्त राष्ट्र संघ में प्रतिनियुक्ति पर कोसोवो (यूरोप) व लाइबेरिया (अफ्रीका) में महत्वपूर्ण सेवाएं दीं
- स्कूल व कॉलेज के शिक्षण काल में सतत लेखन कार्य
- हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी व राजस्थानी भाषाओं में लेखन
- स्कूल काल में साहित्यिक पत्रिका ‘आँचल’ का सह-संपादन व प्रकाशन
- वर्तमान में पुलिस पदस्थापन के साथ-साथ सामुदायिक पुलिसिंग का कार्य जारी
- मूलभूत साक्षरता अभियान मिशन के तहत छात्रों में, गरीब व मजदुर बच्चों को निशुल्क शिक्षण व्यवस्था का आगाज़ किया
- विदेश में चार बार ‘सयुंक्त राष्ट्र शांति पदक’ से नवाज़ा गया
- विदेश में रह कर काव्य रचना की पुस्तक ‘कहीं कोई… दूर’ शीघ्र प्रकाश्य एवं विदेशी अनुभवों पर एक पुस्तक ‘So Far – So Good’ का लेखन कार्य जारी
सुरेन्द्र कुमार चौधरी जी के लिए डॉ. नसीमा निशा जी के कुछ शब्द –
बहुमुखी प्रतिभा के धनी प्रतिष्ठत ख्यातिलब्ध रचनाकार और अरूज़दाँ हैं।
आपकी रचनाओं का अंदाज़-ए-बयाँ विलक्षण है, जो आम रचनाकारों से आपकी अलग पहचान स्थापित करता है। आपकी रचनाओं में सामाजिक राजनीतिक समस्याओं का पूर्ण समावेश मिलता है , जिसमें ज़ाहिरी के अलावा हक़ीक़ी अर्थ भी उछाल मारता है।
अनुपम रचनाकार के रूप में आपने अभूतपूर्व ख्याति अर्जित की है, आपका आपके रचना के प्रति जुनून ही है कि आप को ये सब से अलग कर आपकी पहचान बनाता है व्यक्तिगत तौर पर भी अनेकों लोग आपसे बहुत कुछ सीखते हैं , मैंने महसूस किया कि आपका अपनी बात कहने और सिखाने का तरीका बेहद प्रभावी है।
आप समाज सेवक भी हैं, और कई पोलिस विभाग में आप थाना अध्यक्ष भी रहे हैं। वर्तमान में भी सेवाये दे रहे हैं। आप स्वभाव से बड़े हंस्मुख, नर्म , नेक दिल इंसान हैं।

चेहरे की बनावट की वजह है ये मुहब्बत
जो दिल में समा जाये वो दिलबर सा लगे हैं