ले जाऊँगा मैं एक दिन सूरज को जेब में करवट बदलना रात भर तारे शुमार कर –इरशाद अज़ीज़ इरशाद अज़ीज़ जी की सूर्य पर कविता इरशाद अज़ीज़ जी की रचनाएँ [simple-author-box] अगर आपको यह रचना पसंद आयी हो तो इसे शेयर करें
ले जाऊँगा मैं एक दिन सूरज को जेब में
ले जाऊँगा मैं एक दिन सूरज को जेब में
करवट बदलना रात भर तारे शुमार कर
–इरशाद अज़ीज़
इरशाद अज़ीज़ जी की सूर्य पर कविता
इरशाद अज़ीज़ जी की रचनाएँ
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