Tag Archives: इक़बाल हुसैन ‘इक़बाल’

  • अपनों पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    मेहरबानी अपनों की

    मेहरबानी अपनों की, ये ही बहुत है कम से कम, ग़ैर से लुटवाया तो नहीं होके दर-बदर भी रह, इतनी [...] More
  • बेरहम हो गया

    बेरहम हो गया किस कदर ये जहां कांपती हैं जमी कांपता आसमाँ शोख़ जलवे सभी, खून से सन रहे आग [...] More
  • इंसान पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    हर नज़र के ख्वाब

    हर नज़र के ख्वाब में तूफान हैं जानते है लोग पर अनजान हैं उन गुलों के वास्ते कर दो दुआ [...] More
  • हर जज़्बे से पहले

    हर जज़्बे से पहले, जज़्बाए इन्सानी याद रखो ख़ाक वतन की चूमो, ये ख़ाके लासानी याद रखो अमृत देती नदिया, [...] More
  • आँखों पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    मयकदे फीके पड़े सब

    मयकदे फीके पड़े सब, देखकर आँखे तेरी मयकशों के दर्मियाँ होने लगीं बातें तेरी होंठ खिलते दो कमल से, नैन [...] More
  • चंडी पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    चमक दमक से चाँदी की

    चमक दमक से चाँदी की ज़ात छुपे ना बाँदी की हुक्म चलाती है हम पर देखो हिम्मत मांदी की सूखे [...] More
  • सौदे पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    अपनी जगह से वो

    अपनी जगह से वो हटा तो हटा कैसे जाने नहीं था घटना फिर घटा कैसे दुश्मन नहीं था महफिले गैर [...] More
  • न उलझो पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    हम जैसे दीवानों

    हम जैसे दीवानों से ना उलझो नादानों तूफानों से ना उलझो पराऐ हाथ जलने-बुझने वालो जाओ जी परवानों से ना [...] More
  • भाव तो बराबर

    भाव तो बराबर सितम ढा रहे हैं आजकल इसलिए ही ग़म खा रहे हैं परिवहन की बढ़ी दरों की वजह [...] More
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