लक्ष्य और उद्देश्य
शाद फाउंडेशन का उद्देश्य ज़रूरतमंद बच्चों को शिक्षा देना, उन्हें भविष्य निर्माण के लिए सही मार्गदर्शन देना, उनके हुनर को तलाशना व तराशना, प्रोत्साहन देना और उनके अंदर ज्ञान ज्योति जला के उनके जीवन में फैले अंधकार को मिटाना।
तकनीकी शिक्षा का महत्व समझाना, कंप्यूटर प्रशिक्षण देना और उनके लिए रोजगार की संभावना तलाशना। संस्था समय-समय पर प्रतिभा खोज प्रतियोगिताएं करा कर बच्चों को और बेहतर करने के लिए प्रेरित करेगी। हर साल फाउंडेशन शील्ड, किताबें और टी-शर्ट के साथ असाधारण छात्रों को पुरस्कृत करेगा।
बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेल के लिए भी प्रेरित करेगी। संस्था बच्चों के लिए खेल सामग्री और सहायक उपकरण भी वितरित करेगी। खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन कर बच्चों में टीम-वर्क व स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना जगाएगी।
संस्था बच्चों को पर्यावरण के बारे में जानकारी देगी और बताएगी कैसे हम प्राकृतिक संसाधनों का सही इस्तेमाल करें। समय-समय पर बच्चों के साथ मिलकर पेड़-पौधे लगाएगी और उन्हें प्रकृति के करीब लाने का प्रयास करेगी।
आम जनता के बीच प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के सिद्धांत और अभ्यास को प्रोत्साहित करने और बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करेगी। उन्हें अपने आस पास को साफ़ सुथरा रखने और अपने व अपने परिवार को स्वस्थ और सेहतमंद रखने के लिए जागरूक करेगी।
हिंदी साहित्य को बढ़ावा देना
शाद फाउंडेशन गरीब बच्चों के भविष्य निर्माण व गरीब लोगों की सहायता के साथ-साथ हिंदी साहित्य को भी बढ़ावा देने के लिए तत्पर है। KavyaJyoti.com का निर्माण इसी उद्देश्य से किया गया है। हर साल संस्था द्वारा किसी एक साहित्यकार को ‘शाद साहित्य’ पुरस्कार दिया जायेगा।
संस्था हिंदुस्तान के सभी उम्दा रचनाकारों को एकजुट कर एक ज्योति जलाना चाहती हैं जिससे हम सभी मिलकर बेसहारा लोगों की ज़िन्दगी रौशन कर सकें। हमारा छोटा सा प्रयास किसी की जिंदगी संवारने में अहम योगदान दे सकता है।
संस्था विभिन्न शहरों में कवि सम्मेलन आयोजित करेगी और किताबें, टी-शर्ट, डायरी, कलम इत्यादि, और डिजिटल स्रोतों से राजस्व उत्पन्न करेगा। ‘काव्य ज्योति’ पुस्तक सालाना प्रकाशित की जाएगी और इससे एकत्रित धन राशि गरीब और जरूरतमंद बच्चों के कल्याण के लिए दान की जाएगी।
राष्ट्रीय एकता, सांप्रदायिक सौहार्द और विश्व बन्धुत्व की अभिवृद्धि के लिए समय-समय पर गोष्ठियाँ, कवि सम्मलेन और मुशायरे कराएगी। भाषाई सौहार्द बढ़ाने के क्षेत्र में काम करेगी।
स्कूलों में बाल गोष्ठियों का आयोजन करवा कर बच्चों की साहित्य दर्शन को पहचानना व उन्हें प्रोत्साहित करना। बच्चो द्वारा लिखी कविताओं का प्रकाशन करना और उनकी साहित्यिक खूबियों को प्रोत्साहन देना और उन्हें इस ओर लाना।