दिल से दुनिया निकाल कर आना ऐसा कोई कमाल कर आना -इरशाद अज़ीज़ इरशाद अज़ीज़ जी की दुनिया पर शायरी [...]
More
-
दिल से दुनिया निकाल कर आना
-
जीने का मैं ऐसे हुनर सीख पाया हूँ
जीने का मैं ऐसे हुनर सीख पाया हूँ, हजारों गम लेकर भी मुस्कराया हूँ। ईश्वर ने ये अमूल्य जीवन दिया [...] More -
मुझ पर भी अब मदहोशी छाने लगी
मुझ पर भी अब मदहोशी छाने लगी, मेरे घर ये हवा मैखानों से आने लगी। रात ढले अब तनहाईयाँ पसरने [...] More -
दिल को गुमराह कर सकें
हम तो मुस्कुराते हैं कि दिल को गुमराह कर सकें, बहुत गुमान है इसे कि ये इशारों पे नचा सकता [...] More -
उसकी नज़रें
उसकी नज़रों ने जब छुआ हज़ार स्पर्शों से ज़्यादा छुआ उसके होठों ने जब इकरार किया हज़ार वादों से ज़्यादा [...] More -
वो मेरा किरदार कहेगा
न वो मुझे फूल कहेगा न वो मुझे ख़ार कहेगा। बस इतनी इजाज़त है, वो मेरा किरदार कहेगा। - नमिता [...] More -
महबूब की गलियों से ये तहज़ीब आ गयी
महबूब की गलियों से ये तहज़ीब आ गयी मोहब्बत से मुझे जीने की तरकीब आ गयी क़दमों की तेरी चाल [...] More -
है हसीं रात बस चले आओ
है हसीं रात बस चले आओ बहके जज़्बात बस चले आओ । जिसने वादा किया वफ़ा देंगे दे रहा घात [...] More -
ख़ुदा सितारों सी बुलन्दी मत दे
ख़ुदा सितारों सी बुलन्दी मत दे ज़मीं पे रहने का सलीक़ा दे दे हरेक घर पर एक सा ही चमके [...] More