मैं तुम्हारी जिन्दगी में गीत बनकर क्या करूँगा | साँझ की वरसात के रिमझिम स्वरों का यह तराना, नीड़ में [...]
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मैं तुम्हारी जिन्दगी में
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कलियों को जो खिला न पाये
कलियों को जो खिला न पाये वह मधुमास बदलना होगा, जाग उठा है देश कि अब इसका इतिहास बदलना होगा [...] More -
नागफनी बरगद के नीचे पले
नागफनी बरगद के नीचे पले, चलो चले अब तो बबूल ही भले | भोर की किरन अब विषधर सी डस [...] More -
पसरा है मधुमास हमारे आंगन में
पसरा है मधुमास हमारे आंगन में, विन वादल वरसात हमारे आगन में | पुरुआ ने ली अंगड़ाई मन बहक गया, [...] More -
गगन तक पसारो विकल पंख ऐ खग
गगन तक पसारो विकल पंख ऐ खग धरा पर तुम्हें लौट आना पड़ेगा, मधुर कल्पना के सुखद पल बितालो मगर [...] More -
सुधियों के गलियारे में
सुधियों के गलियारे में मन भटक गया हो चुपके से आ जाना मेरा मन दर्पण है | एकाकी जीवन का [...] More -
ऐ चाँद बड़ा ही मादक है
ऐ चाँद बड़ा ही मादक है, तेरी आखों का आमंत्रण जैसे सीपी में सिमट उठा हो सागर का उद्वेलित मन [...] More -
हमारा वन्दे मातरम्
हमारा वन्दे मातरम् वासन्ती धरती का आँचल फहरे नील गगन ..... हमारा.... रस की पड़े फुहार अंग अंग बाहर भीतर [...] More -
रह न जाये अब अन्धेरा
रह न जाये अब अन्धेरा तोड़ दो तटबन्ध सारे मुक्त हो जाये सवेरा व्योम की परछाइयाँ जब बादलों से उतर [...] More