गुबारे ग़म को दबाते रखिए, हंसी लबों पे सजाये रखिए। जो चाहो बज्मे सुखन हो रोशन, चरागे दिल को जलाए रखिए । अगर चेतन हक़ दबाना हो उनका, नींद गहरी में सुलाये रखिए । बलंदी चाहो गर सियासत में, रक़ीबो से भी बनाए रखिए । जिसने मजबूर किया है मधुकर, राज ये दिल में छुपाए [...]
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