ख्याति प्राप्त शायर शाद उदयपुरी जी का साहित्य जगत में एक विशिष्ट स्थान है। ‘सब हदें तोड़कर’ शाद साहब की बेहतरीन हिंदी ग़ज़लों का संकलन है जिसमें उनकी एक से बढ़कर एक ग़ज़लों को मोती की तरह पिरोया है।
उर्दू शायरी यूँ तो अब लगभग सभी विषयों पर लिखी जा रही है पर इसका आरंभ मोहब्बत, इश्क़, प्यार, इबादत और जुदाई आदि से ही हुआ है। इसका विशेष पहलू ये है कि प्रीतम से अपने दिल की बातों को अपने शब्दों से बयाँ करना।
मैंने अपनी ग़ज़लों में प्रेम के सभी पहलुओं पर कुछ न कुछ लिखने का प्रयास किया है। साथ ही कुछ अन्य विषय पर भी कुछ ग़ज़लों को आपके लिए इस पुस्तक में जोड़ रहा हूँ।
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