Tag Archives: इक़बाल हुसैन ‘इक़बाल’

  • आज के समय की सचाई पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    आ-मदे फिक्र की रवाँ बेची

    आ-मदे फिक्र की रवाँ बेची शान झूठी रखी अनां बेची वर्क इतिहास के गवाही दें कौनसी चीज़ कब कहाँ बेची [...] More
  • बेइंतहा प्यार पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    खिंच लाती है

    खिंच लाती है जुस्तजू तेरी अच्छी लगती है गुफ्तगू तेरी फूल में चाँद में हरेक मंज़र में शक्ल दिखती है [...] More
  • दर्द इ दिल पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    उम्र कुछ इस तरह

    उम्र कुछ इस तरह बिता दी है राख के ढेर को हवा दी है आपका फ़ैसला निराला है ज़िन्दगी बख्श [...] More
  • राजनीती चलने वालो पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    रगे खू में क्या

    रगे खू में क्या घुला क्या कहें हम जबाँ रख के बेजुबाँ क्यूं रहें हम जबाँ पर ताले लगे है [...] More
  • फरेबी और जूठी दुनिया पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    और हम क्या-क्या

    और हम क्या-क्या करें मुस्कराने के लिये घर हमने जला दिया जगमगाने के लिये दोस्ती वादे वफा सब फरेबों के [...] More
  • धनवानों का ही भला,

    धनवानों का ही भला, करने वाले लोग । छाती में नासूर हैं, दूर हटाओ रोग । जल्दी से इस रोग [...] More
  • तजो बातें हिंदुओं

    तजो बातें हिंदुओं से मुसलमा की लड़ाई की । करो कोशिश हमेशां अब चन्द्रमाँ पर चढ़ाई की । कदम मिलकर [...] More
  • पारिवारिक सम्बन्दो पर कविता, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    इधर देखना ना उधर देखना है

    इधर देखना ना उधर देखना है । अगर देखना है तो घर देखना है । सदा मम्मी पापा को रखना [...] More
  • हरिक साया जलाने सा रहा

    हरिक साया जलाने सा रहा । और वादा बहाने सा रहा । तोड़ कर वो भरोसा यूँ गया, शक्ल अब [...] More
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