Tag Archives: नमिता ‘नज़्म’

  • चाहत पर कविता, नमिता नज़्म

    प्यार की दास्तान पर कविता

    उसकी हसरत में शामिल जर्रा भी आफ़ताब लगता है वो पत्थरो को भी सलीके से लगा दे तो ताज लगता है। आसमाँ, आसमाँ नही आज कल ज़मी लगता है इक चेहरा जब से चाँद से भी ज्यादा हसीं लगता है वक़्त औऱ दूरियां कुछ भी मायने नही रखते जो प्यार में अंधे हो वो घरो [...] More
  • इश्क़ का ख़याल, नमिता नज़्म

    जो वफ़ाओ का इक खुदा होगा

    जो वफ़ाओ का इक खुदा होगाजो वफ़ाओ का इक खुदा होगा समझो सबसे वही जुदा होगा जब मेरा नाम वो लिखा होगा चेहरा खत मे मेरा पढा होगा जो खयालो मे फ़िरा करता है वही ख्वाबो मे फ़िर रुका होगा मिलना चाहेगा, पर मिलेगा नहीं बस अकेले तड़प रहा होगा कभी मुझमे ही देखले खुदको [...] More
  • दौलत इश्क़ है, नमिता नज़्म

    पूछने वाले पूछते हैं

    पूछने वाले पूछते हैं कैसे मेरी खुशियों में इज़ाफ़ा है मैने भी यू कह दिया है ये दौलते इश्क का मुनाफ़ा है - नमिता नज़्म नमिता नज़्म जी की दौलते इश्क का मुनाफ़ा पर कविता नमिता नज़्म जी की रचनाएँ [simple-author-box] अगर आपको यह रचना पसंद आयी हो तो इसे शेयर करें More
  • वो मेरा किरदार कहेगा

    वो मेरा किरदार कहेगा

    न वो मुझे फूल कहेगा न वो मुझे ख़ार कहेगा। बस इतनी इजाज़त है, वो मेरा किरदार कहेगा। - नमिता नज़्म नमिता नज़्म जी की रचना [simple-author-box] अगर आपको यह रचना पसंद आयी हो तो इसे शेयर करें More
  • इश्क़ नज़्म

    ये इश्क खिलौना कर देगा

    किसी भी शख़्स को, ये इश्क खिलौने कर देगा। सारी दौलत, सारी शौहरत को ये बौना कर देगा। तेरी रातो को चांदी तेरे दिन को सोना कर देगा। ख़ार की चुभन को भी मख़मली बिछौना कर देगा। - नमिता नज़्म इश्क़ पर नज़्म हिंदी में [simple-author-box] अगर आपको यह रचना पसंद आयी हो तो इसे [...] More
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