Author Archives: Kavya Jyoti

  • इश्क़ नज़्म

    ये इश्क खिलौना कर देगा

    किसी भी शख़्स को, ये इश्क खिलौने कर देगा। सारी दौलत, सारी शौहरत को ये बौना कर देगा। तेरी रातो को चांदी तेरे दिन को सोना कर देगा। ख़ार की चुभन को भी मख़मली बिछौना कर देगा। - नमिता नज़्म इश्क़ पर नज़्म हिंदी में [simple-author-box] अगर आपको यह रचना पसंद आयी हो तो इसे [...] More
  • मेहबूब शायरी हिंदी में

    महबूब की गलियों से ये तहज़ीब आ गयी

    महबूब की गलियों से ये तहज़ीब आ गयी मोहब्बत से मुझे जीने की तरकीब आ गयी क़दमों की तेरी चाल से मेरा हाल यूँ हुआ आहात की झुरमुटों से वो करीब आ गयी - डॉ. विनोद कुमार मिश्र 'कैमूरी' महबूब पर शायरी हिंदी में [simple-author-box] अगर आपको यह रचना पसंद आयी हो तो इसे शेयर [...] More
  • वीर सैनिक पर कविता

    वतन के वीर पूतों का कफन मैला नही होता

    भले तन धूल धुसरित हो वो मन मैला नही होता। वतन के वीर पूतों का कफन मैला नही होता। यहां तो बाग़बान ही पर कतरते ही नज़र आते। सजग माली के रहने पर चमन मैला नही होता। प्यार के राह के हर मोड़ पे खज़र खनकता है। जिग़र पाके़ मोहब्बत हो मिलन मैला नही होता। [...] More
  • उनसे रौशन है ज़िन्दगी अपनी

    उनसे रौशन है ज़िन्दगी अपनी

    रश्क करती है हर ख़ूशी अपनी उनसे रौशन है ज़िन्दगी अपनी ज़ुल्म सारे ही ढा चुकी दुनिया फिर भी हँसती है दोस्ती अपनी जो भी माँगा वो दे दिया उसको हमने रोयी न बेबसी अपनी यूँ भी वाबस्ता हैं ये उम्मीदें सबने देखी है दिलबरी अपनी यूँ खटकने लगे हैं हम सबको उनको भाती है [...] More
  • एकता पर कविता हिंदी में

    आओ प्यार की श्रृंखला बनायें

    कहीं कुछ भी नहीं है जान लो भाईयों जीना है मुकद्दर यह मान लो भाईयों खाली हाथ आये थे और जाना भी है बची है बीच की दूरी मान लो भाईयों एकता की बात सुनते आ रहे यही एक कथन सुनते आ रहे किस तरह खुशहाल हो अपना वतन युग-युग से यही सुनते आ रहे [...] More
  • आज हर व्यक्तित्व लगता थका हारा है

    आज हर व्यक्तित्व लगता थका हारा है

    आज हर व्यक्तित्व लगता थका हारा है और हर चेहरा की जैसे सर्वहारा है कौन ज़िम्मेदार है उनकी तबाही का उनकी किश्ती को भँवर में किसने उतारा है तोड़ कर पतवार उसकी फेंक दी किसने कर दिया किसने उसे यों बेसहारा है मुठ्ठियों में जो वक़्त को कैद करता था मान ले कि वक़्त ने [...] More
  • कहूँ कासे हिंदी कविता

    सूख गए आँसू आँखों से

    सूख गए आँसू आँखों से हँसी उड़न छू होंठों से । हतप्रभ मौन खड़ा देखे है अनुच्चरित शब्दों से।। कोई कहता दाएँ जाओ कोई कहता है बाएँ । चौराहा भी मुझे घूरता वहीं खड़ी मैं बरसों से ।। युग बदला युगमापक नए गाँव शहर में बदल गए । हम ही घर न बना पाए आँचल [...] More
  • Bas Chale Aao

    है हसीं रात बस चले आओ

    है हसीं रात बस चले आओ बहके जज़्बात बस चले आओ । जिसने वादा किया वफ़ा देंगे दे रहा घात बस चले आओ । ज़िन्दगी हो गई क्यों आवारा क्या सवालात बस चले आओ । ठंडे पानी में जल रही हूँ मैं ये है बरसात बस चले आओ । 'मंजरी'अब सहा नही जाता अरजे हालात [...] More
  • टूटे दिल की ग़ज़ल

    ख़ुद भी जलते रहे और जलाते रहे

    ख़ुद भी जलते रहे और जलाते रहे कैसे कैसे वो दिल को दुखाते रहे लुत्फ़ जीने का हम तो उठाते रहे दर्द सहते रहे मुस्कुराते रहे ग़म से रौशन हुआ है ये चेहरा मेरा लोग तो क्या क्या बातें बनाते रहे कितना आसां था वो ज़िन्दगी का सफ़र जब ग़ज़ल याद की गुनगुनाते रहे सो [...] More
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