Author Archives: Kavya Jyoti Team

  • दर्द का एहसास, शाद उदयपुरी

    लगा दी जिंदगी तुमने

    लगा दी जिंदगी तुमने क्यों ऐसे आज़माने को कोई तुमको ना रोकेगा यूँ मंज़िल अपनी पाने को लुटा रखा है [...] More
  • दर्द भरी ज़िन्दगी पर ग़ज़ल, अज़्म शाकरी

    अपने दुख-दर्द का अफ़्साना

    अपने दुख-दर्द का अफ़्साना बना लाया हूँ एक इक ज़ख़्म को चेहरे पे सजा लाया हूँ देख चेहरे की इबारत [...] More
  • ज़िन्दगी की सच्चाई पर ग़ज़ल, अज़्म शाकरी

    अजीब हालत है

    अजीब हालत है जिस्म-ओ-जाँ की हज़ार पहलू बदल रहा हूँ वो मेरे अंदर उतर गया है मैं ख़ुद से बाहर [...] More
  • प्यार भरी मोहब्बत पर ग़ज़ल, अज़्म शाकरी

    अगर दश्त-ए-तलब से

    अगर दश्त-ए-तलब से दश्त-ए-इम्कानी में आ जाते मोहब्बत करने वाले दल परेशानी में आ जाते हिसार-ए-सब्र से जिस रोज़ मैं [...] More
  • इश्क़ मोहब्बत पर ग़ज़ल, अकबर ख़ान ‘शाद’

    इश्क का रंग गहरा यूँ चढ़ता रहा

    इश्क का रंग गहरा यूँ चढ़ता रहा इश्क़ को दिल लगी वो समझता रहा यार मेरा गुलाबों की मानिंद है [...] More
  • राष्ट्रीय एकता की कविता, मोहम्मद नसरुल्लाह 'नसीर बनारसी'

    जब भी हम एक हो जायें

    जब भी हम एक हो जायें। फिर से मालामाल हो जायें । जिन्दगी आसान हो जाऐ । वाद-विवाद बिना बढाऐ [...] More
  • शिकवा पर ग़ज़ल, डॉ. नसीमा निशा

    क्या करें शिकवा उस दिवाने से

    क्या करें शिकवा उस दिवाने से मान जाता है वो मनाने से वो किसी का भी हो नहीं सकता जानती [...] More
  • मातृभाषा पर कविता, डॉ. नसीमा निशा

    हिन्दी हमारी राजभाषा

    हिन्दी हमारी राजभाषा इसपे हमें अभिमान है अपनेपन की मिश्री जैसी प्यारी ये ज़बान है सारी भाषाओं से देखो कितनी [...] More
  • श्रद्धांजलि पर कविता, अवधेश कुमार 'रजत'

    भगीरथ चला गया

    अविरल गंगा की जिद पकड़े एक भगीरथ चला गया, राजतंत्र के हाथों फिर से आम नागरिक छला गया। व्यथित हाल [...] More
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