लगा दी जिंदगी तुमने क्यों ऐसे आज़माने को कोई तुमको ना रोकेगा यूँ मंज़िल अपनी पाने को लुटा रखा है [...]
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लगा दी जिंदगी तुमने
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अपने दुख-दर्द का अफ़्साना
अपने दुख-दर्द का अफ़्साना बना लाया हूँ एक इक ज़ख़्म को चेहरे पे सजा लाया हूँ देख चेहरे की इबारत [...] More -
अजीब हालत है
अजीब हालत है जिस्म-ओ-जाँ की हज़ार पहलू बदल रहा हूँ वो मेरे अंदर उतर गया है मैं ख़ुद से बाहर [...] More -
अगर दश्त-ए-तलब से
अगर दश्त-ए-तलब से दश्त-ए-इम्कानी में आ जाते मोहब्बत करने वाले दल परेशानी में आ जाते हिसार-ए-सब्र से जिस रोज़ मैं [...] More -
इश्क का रंग गहरा यूँ चढ़ता रहा
इश्क का रंग गहरा यूँ चढ़ता रहा इश्क़ को दिल लगी वो समझता रहा यार मेरा गुलाबों की मानिंद है [...] More -
जब भी हम एक हो जायें
जब भी हम एक हो जायें। फिर से मालामाल हो जायें । जिन्दगी आसान हो जाऐ । वाद-विवाद बिना बढाऐ [...] More -
क्या करें शिकवा उस दिवाने से
क्या करें शिकवा उस दिवाने से मान जाता है वो मनाने से वो किसी का भी हो नहीं सकता जानती [...] More -
हिन्दी हमारी राजभाषा
हिन्दी हमारी राजभाषा इसपे हमें अभिमान है अपनेपन की मिश्री जैसी प्यारी ये ज़बान है सारी भाषाओं से देखो कितनी [...] More -
भगीरथ चला गया
अविरल गंगा की जिद पकड़े एक भगीरथ चला गया, राजतंत्र के हाथों फिर से आम नागरिक छला गया। व्यथित हाल [...] More