ऐज़ाज़े-मुहब्बत है या इश्क का अहसाँ है अब तक मेरे हाथों में अपना ही गिरेबाँ है तस्वीर मेरी रख कर [...]
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ऐज़ाज़े-मुहब्बत है
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रंगत मिलेगी हर सू मेरी ही दास्ताँ की
रंगत मिलेगी हर सू मेरी ही दास्ताँ की देखेगा जब भी कोई तारीख़ गुलसिताँ की हसरत है इस अदा से [...] More -
उनकी आँखों में कुछ अपनेपन सी बात थी
उनकी आँखों में कुछ अपनेपन सी बात थी उन आँखों से दिल तक पहुँचने की चाह थी जिस सफ़र में [...] More -
न जाने किस जुस्तजू में
न जाने किस जुस्तजू में ज़िंदगी ख़ाक किए जाते हैं यादों की अँधेरी राहों में ख़ुद को बर्बाद किए जाते [...] More -
एक बार मरना भी
एक बार मरना भी, क्या कोई मरना है दूर हो के उनसे, क्या हम ज़िंदा है मौत जब तक हमें [...] More -
मेरे होंठ कड़वा से कड़वा घूंट पीकर भी
मेरे होंठ कड़वा से कड़वा घूंट पीकर भी शान्ति का नाम लेते हैं | मेरी आँखें सब कुछ देखते हुए [...] More -
बदलेगी ज़माने की लाज़िम
बदलेगी ज़माने की लाज़िम ये फ़िज़ा देखो तुम फूल मुहब्बत के कुछ दिल में खिला देखो इस जज़्बे - मुहब्बत [...] More -
कहना यह है की……छोड़िये
कहना यह है की...... छोड़िये चापलूसी, चमचागिरी अलंकारिक भाषणों की नेतागिरी मात्र बातों से काम नहीं चल सकता समस्याओं का [...] More -
उस रोज उगने के साथ ही
उस रोज उगने के साथ ही सूरज, अचानक फ्यूज हो गया अपने आस-पास घिरे अंधेरों से तंग आकर मैं ढूँढने [...] More