अवधेश कुमार 'अवध'

अवधेश कुमार 'अवध'

अवधेश कुमार ‘अवध’ जी चन्दौली (उ. प्र ) के रहने वाले उम्दा लेखक व कवि हैं। वे वर्तमान में मेघालय में इंजनीयर हैं और अपनी बेहतरीन रचनाओं और कविताओं से देश भर में विख्यात हैं।

नाम: अवधेश कुमार विक्रम शाह

साहित्यिक नाम: ‘अवध’

पिता का नाम: स्व० शिवकुमार सिंह

माता का नाम: श्रीमती अतरवासी देवी

स्थाई पता: मैढ़ी, चन्दौली, उत्तर प्रदेश -232104

पत्राचार पता: Mr. Awadhesh Kumar Vikram Shah
Engineer, Plant (Meghalaya)
Max Cement, GVIL
4th Floor, LB Plaza
GS Road, Bhangagarh
Guwahati -781005 (Assam)

जन्मतिथि: पन्द्रह जनवरी सन् उन्नीस सौ चौहत्तर

आदर्श: संत कबीर, दिनकर व निराला

शिक्षा: स्नातकोत्तर (हिन्दी व अर्थशास्त्र), बी. एड., बी. टेक (सिविल), पत्रकारिता व इलेक्ट्रीकल डिप्लोमा

व्यवसाय: सिविल इंजीनियर, मेघालय में

प्रसारण: ऑल इंडिया रेडियो द्वारा काव्य पाठ व परिचर्चा

दूरदर्शन वाराणसी द्वारा काव्य पाठ

दूरदर्शन गुवाहाटी द्वारा साक्षात्कार

दूरदर्शन गुवाहाटी द्वारा काव्यपाठ

अध्यक्ष (वाट्सएप्प ग्रुप): नूतन साहित्य कुंज, अवध – मगध साहित्य

प्रभारी: नारायणी साहि० अकादमी, मेघालय

सदस्य: पूर्वासा हिन्दी अकादमी

संपादन: साहित्य धरोहर, पर्यावरण, सावन के झूले, कुंज निनाद आदि

समीक्षा: डेढ़ दर्जन से अधिक पुस्तकें

भूमिका लेखन: तकरीबन एक दर्जन पुस्तकों की

साक्षात्कार: श्रीमती वाणी बरठाकुर विभा, श्रीमती पिंकी पारुथी, श्रीमती आभा दुबे एवं सुश्री शैल श्लेषा द्वारा

शोध परक लेख: पूर्वोत्तर में हिन्दी की बढ़ती लोकप्रियता

भारत की स्वाधीनता भ्रमजाल ही तो है

प्रकाशित साझा संग्रह: कवियों की मधुशाला, नूर ए ग़ज़ल, सखी साहित्य, कुंज निनाद आदि

प्रकाशनाधीन साझा संग्रह: आधा दर्जन

सम्मान: विभिन्न साहित्य संस्थानों द्वारा प्राप्त

प्रकाशन: विविध पत्र – पत्रिकाओं में अनवरत जारी

सृजन विधा: गद्य व काव्य की समस्त प्रचलित विधायें

उद्देश्य: रामराज्य की स्थापना हेतु जन जागरण

हिन्दी भाषा एवं साहित्य के प्रति जन मानस में अनुराग व सम्मान जगाना

पूर्वोत्तर व दक्षिण भारत में हिन्दी को सम्पर्क भाषा से जन भाषा बनाना

संपर्क: awadhesh.gvil@gmail.com, 8787573644

तमस रात्रि को भेदकर, उगता है आदित्य |
सहित भाव जो भर सके, वही सत्य साहित्य ||

अकबर खान 'शाद'
अवधेश कुमार ‘अवध’ जी संजीदा कवि और बाकमाल लेखक हैं जो अपनी रचनाओं में विषय को बारीकी से विश्लेषित करते हैं। उनकी लेखनी इतनी प्रभावी है कि पढ़ने और सुनने वालों को अपना बना लेती है।
अकबर खान 'शाद'
एकता खान
अवधेश जी हिंदी साहित्य जगत में अपना अलग आयाम रखते हैं। शब्दों का प्रयोग वो बेहद खूबसूरती से करते हैं और अपनी रचनाओं में उन्हें इस तरह से पिरोते हैं जैसे वे उनकी भावनाओं में आत्मसात होने के लिए ही बने हों।
एकता खान
Children Welfare Society for Under Privileged Children
कवि सम्मलेन व्यवस्थापक

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