अवधेश कुमार 'रजत'

अवधेश कुमार 'रजत'

अवधेश कुमार मिश्र जी का जन्म वाराणसी के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। पिता श्री आर पी मिश्र जो मूलतः गाजीपुर के निवासी हैं, बीएसएनएल में कार्यरत थे जो अब सेवानिवृत्त हैं और माता जी गृहिणी हैं। अंग्रेजी से परास्नातक करने के बाद कम्यूटर साइंस में रुझान बढ़ने के कारण एमएससी आईटी किया और कम्प्यूटर नेटवर्किंग व सिक्योरिटी के क्षेत्र में कार्य आरंभ किया। कई संस्थाओं में प्रशिक्षक के तौर पर कार्य करने के बाद वर्तमान में वाराणसी के एक निजी उच्च शिक्षण संस्थान में सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर के पद पर कार्यरत।

बचपन से ही घर में आध्यात्मिक वातावरण मिला, रामचरित मानस का पाठ बाल्यकाल से ही करने के कारण साहित्य में रुचि जागृत हुई। आरंभिक तुकबंदियों पर मित्रों के प्रोत्साहन से लिखने की इच्छा बढ़ती रही। श्रृंगार के साथ सामाजिक स्थिति व कुरीतियों पर कुठाराघात करने की प्रबल इच्छा ले व्यंग व ओज की कविताओं का सृजन कर सरल व स्पष्ट भाषा से जन मन को जगाने व झकझोरने का प्रयास निरन्तर जारी है।

इस अनवरत काव्य यात्रा में ही कविताओं, छंदों के साथ गीतों की तरफ भी रुझान बढ़ा, एक मित्र के आग्रह पर हिंदी एलबम के लिए गीत लिखा जो “बांवरा” नाम से रिलीज हुआ। भोजपुरी में भी लेखन का प्रयास इस उद्देश्य से करना आरंभ किया कि इस क्षेत्र में निरन्तर गिरावट आ रही, जबकि यह भाषा अत्यंत मधुर है। लेखन उनके लिए मात्र एक कार्य नहीं अपितु उनके जीवन का आधार है। श्रेष्ठजनों के सानिध्य से वे निरन्तर सीखने का प्रयास करते रहते हैं। उनका उद्देश्य लेखन के माध्यम से समाज व देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना है।

नाम: अवधेश कुमार मिश्र

उपनाम: रजत

पिता: श्री आर पी मिश्र

माता: श्रीमती कालिंदी मिश्रा

जन्मतिथि: 26 दिसम्बर 1980

निवास स्थान: वाराणसी उप्र

शैक्षिक योग्यता: एम एस सी (IT)

सम्प्रति: निजी उच्च शिक्षण संस्थान में सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर

प्रकाशन: प्रीत की छांव (कविता संग्रह), पीलीग्रिम्स पब्लिकेशन

सहोदरी सोपान 3 (साझा काव्य संग्रह), काव्य करुणा (साझा काव्य संग्रह)

कई पत्रिकाओं व ई पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित

सम्मान: राष्ट्र गौरव रत्न, साहित्य भूषण सम्मान, मातृत्व ममता सम्मान, काव्य करुणा सम्मान, अटल सम्मान, सद्भावना स्मृति सम्मान

विशेष उपलब्धि: हिंदी प्रेम गीतों का एक संगीतबद्ध गुलदस्ता “बाँवरा”

सम्पर्क सूत्र: 9415600660

ईमेल: yuvakavirajat@gmail.com

अकबर खान 'शाद'
अवधेश कुमार ‘रजत’ जी अपनी कविताओं में कम शब्दों में बहुत कुछ कह जाते हैं। उनकी लेखनी में हिंदी साहित्य की बारीकियां देखने को मिलती हैं। वे बहुत ही कुशल कवि और रचनाकार हैं।
अकबर खान 'शाद'
एकता खान
निरंतर कुछ नया सीखने की सोच ही आपको अन्य कवियों से अलग करती है। आपकी कविताएँ गहरे भावों को दर्शाती है और सुनने वालों को सोचने पर मजबूर कर देती है। ईश्वर से यही प्राथना है कि आप की कलम यूँ ही चलती रहे और हमें आपकी कविताओं को पढ़ने का मौका मिलता रहे।
एकता खान

अवधेश कुमार 'रजत' जी काव्य प्रस्तुति देते हुए

Children Welfare Society for Under Privileged Children
कवि सम्मलेन व्यवस्थापक

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