
इक़बाल हुसैन 'इक़बाल'
इक़बाल हुसैन ‘इक़बाल’ जी उदयपुर के रहने वाले मशहूर एवं विलक्षण शायर, गज़लकार एवं रचनाकार हैं। हिंदी व उर्दू साहित्य के प्रसार में उनका योगदान अतुलनीय है। उन्होंने अपनी छत्रछाया में कई युवा व उभरते हुए कवियों व शायरों को मार्गदर्शन दिया है। वे ‘नवकृति संस्था’ के संस्थापक है और हिंदी और उर्दू भाषाओँ में समान रूप से महारत रखते हैं।
इक़बाल जी का नाम हिंदुस्तान के बेहद उत्कृष्ट शायरों में आता है। उनकी अनेक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं और कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से वे सम्मानित होते रहते हैं। ऑल इंडिया व ऑल राजस्थान मुशायरों व राज्य स्तरीय कवि सम्मेलनों में इक़बाल जी की सहभागिता होती रहती है। आकाशवाणी व दूरदर्शन में उनकी रचनायें समय-समय पर प्रसारित होती रहती हैं।
नाम: इक़बाल हुसैन ‘इक़बाल’
जन्म: 2 फरवरी, 1955, जयपुर (राज.)
सम्प्रति: भवन निर्माता
पुस्तकें: अच्छी लगती है गुफ्तगू तेरी (ग़ज़ल संग्रह), वहीं पर खड़े हैं जहाँ से चले थे (ग़ज़ल संग्रह)
सम्मान: कई साहित्यिक संस्थाओं द्वारा साहित्य के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान के लिए सम्मानित
गतिविधियां: उर्दू-हिंदी की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में रचनाओं का प्रकाशन, स्थानीय एवं आल इंडिया मुशायरों व कवि सम्मेलनों में नियमित शिरकत, आकाशवाणी और दूरदर्शन के विभिन्न चैनलों में नियमित प्रसारण
संस्था से जुड़ाव: संस्थापक ‘नवकृति’ संस्था’ और सदस्य ‘शाद फाउंडेशन’
पता: 1 द 14, सेक्टर 5, हिरन मगरी, उदयपुर (राज.)
दूरभाष: 6375354268

लुटाता हूँ रौशनी ले सको तो ले लो
ये काम आएगा अँधेरा मिटाने के लिए
