आप सा कोई देखा नही दिल कहीं और लगता नही हसरतें मेरी जगने लगीं दर्देदिल मेरा मिटता नही रहता है मुझसे अंजान वो आज तक दिल ये समझा नही बेपनहा इश्क़ तुझसे हुआ कैसे तुझको ये दिखता नही सिर्फ़ मैंने ही समझा तुझे तूने क्यूँ मुझको समझा नही याद तू ही रही है मुझे मैंने [...]
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आप सा कोई देखा नही
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तुम्हें ये कैसे समझाएँ
हमें तुमसे मोहब्बत है तुम्हें ये कैसे समझाएँ तड़प अपनी जुदाई की तुम्हें हम कैसे समझाएँ तेरे आने की आहट को मेरा दिल जान लेता है बड़ी शिद्दत की चाहत है तुम्हें ये कैसे समझाएँ तुम आके भी नही आते तो दिल बेचैन होता है हमारे दिल की धड़कन को बताओ कैसे समझाएँ तेरी साँसों [...] More -
वो शरीके हयात हुई
उनसे जब मुलाक़ात हुई दिल मिले और बात हुई यहाँ इश्क़ अफ़ात हुई आए तुम कायनात हुई उल्फ़ते उनसे ऐसी मिली अश्क़ों की बरसात हुई उसने शिद्दत से चाहा मुझे खुशियो की सौग़ात हुई मेरे दामन में चाहत भरा खत्म अब काली रात हुई मिलने वो जो आए मुझे आज फिर बरसात हुई छॊडकर सारी [...] More -
बाप बूढ़ा रक़म को भटकता रहा
वो ग़रीबी से हर रोज़ मरता रहा सर नगीने जड़ा ताज सजता रहा राजनीति का स्तर है ऐसा गिरा आम इंसान इसमें उलझता रहा रोटीयों के लिए हम तरसते रहे और गोदाम में धान सड़ता रहा बेटियाँ ब्याह की चाह में ही रहीं बाप बूढ़ा रक़म को भटकता रहा राह दुशवार भी हर क़दम पर [...] More -
छुपा है प्यार जो वो दिल मे दिखाऊँ कैसे
छुपा है प्यार जो वो दिल मे दिखाऊँ कैसे लफ्ज़ मिलते ही नही बोलो मैं गाऊँ कैसे तेरे वादे वफ़ा से साँस मेरी चलती है बचा नहीं है कोई रास्ता जाऊँ कैसे तेरे जाने के बाद वक़्त ठहरा-ठहरा है उठी है टीस बोलो दिल मे दिखाऊँ कैसे अश्क आँखो से नहीं दिल से बहाया हमने [...] More -
तूने बचपन जो छीना मैं रोया नही
तूने बचपन जो छीना मैं रोया नही बेवजह मुस्कुराऊँ, ये होता नही खो गया नूर चेहरे का मेरे कहीं तेरा दिल जीत पाऊँ, ये होता नही ज़िन्दा रखा है बचपन को इस उम्र में तेरी चाहत बनू अब ये होता नही तुझको अपना समझते रहे उम्रभर बिन तेरे दिल में कोई भी होता नही होशियारी [...] More -
सिर्फ़ तुझपे है ऐतबार मुझे
सिर्फ़ तुझपे है ऐतबार मुझे अब तो आजा, है इंतज़ार मुझे तेरे आने की आस में दिलबर पी रहा है यूँ सिगार मुझे बस तेरी एक झलक पाने को दिल ये करता है बेक़रार मुझे मेरे दिल की हरिक ख़ुशी के लिए करती रहती है तलबगार मुझे तुझमें डूबा हूँ एक तिनके सा ऐसे ना [...] More -
भाईचारा और बढ़ा लो
मुश्किल हो जब जान लगा लो देश की ख़ातिर शीश कटा लो वीर जवानो का मिलकर तुम अपने दिल में मान बढ़ा लो देश की खातिर मर मिट जायें ऐसा ज़ज़्बा दिल में जगा लो अम्न वतन का ख़तरे में है भाईचारा और बढ़ा लो प्रगति अपनी अधर में अटकी जात धरम का भेद मिटा [...] More