हम तो मुस्कुराते हैं कि दिल को गुमराह कर सकें, बहुत गुमान है इसे कि ये इशारों पे नचा सकता [...]
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दिल को गुमराह कर सकें
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उसकी नज़रें
उसकी नज़रों ने जब छुआ हज़ार स्पर्शों से ज़्यादा छुआ उसके होठों ने जब इकरार किया हज़ार वादों से ज़्यादा [...] More -
आती रही दुश्वारियाँ, सजी रही क्यारियाँ
आती रही दुश्वारियाँ सजी रही क्यारियाँ वक्त हमें सिखाता रहा करते रहे नादानियाँ अपने हाथ में परवरिश बुलाते रहे बीमारियाँ [...] More -
इस चमन की सुमन खिलते रहें
इस चमन की सुमन खिलते रहें सुख दुःख में हम मिलते रहें लाख कोशिश करे हमें तोड़ने की हम जुड़े [...] More -
प्यार की जो फ़सल बो गए
प्यार की जो फ़सल बो गए आदमी वो किधर को गए फूल ही फूल थे सब यहाँ कौन काँटे इधर [...] More -
विचारों में जहाँ गहराइयाँ हैं
विचारों में जहाँ गहराइयाँ हैं ग़ज़ल लेती वहीं अंगड़ाइयाँ हैं जिसे चाहा हमें मिल जाए गर वो सताती फिर नहीं [...] More -
सावन का मौसम है फिर भी क्यों पसरा है पतझर
कुछ भी ना बाहर है बाबा जो भी है भीतर है बाबा सावन का मौसम है फिर भी क्यों पसरा [...] More -
यार वो भी कमाल करता है
यार वो भी कमाल करता है अपने दुश्मन को साथ रखता है हाथ में एक गुलाब रखता है और हँस [...] More -
शौक़ सारे छिन गये, दीवानगी जाती रही
शौक़ सारे छिन गये, दीवानगी जाती रही आयीं ज़िम्मेदारियाँ, तो आशिकी जाती रही मांगते थे ये दुआ हासिल हो हमको [...] More