किसी ने पूछ लिया दिल और ख़ून के रिश्तों में फ़र्क़ क्या है सुना है दिल के रिश्तों में बहुत [...]
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किसी ने पूछ लिया
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मेरी वीरान सी ज़िंदगी में
मेरी वीरान सी ज़िंदगी में था सदियों का सूनापन कुछ अधूरे रिश्ते थे कुछ अधूरी ख़्वाहिशें थी हज़ारों अंधेरी रातों [...] More -
कुछ एहसास अजनबी से जागे तो हैं मगर
कुछ एहसास अजनबी से जागे तो हैं मगर उन एहसासों को अल्फ़ाज़ो में ढाल ना सके आँखों से चाहत के [...] More -
उनकी आँखों में कुछ अपनेपन सी बात थी
उनकी आँखों में कुछ अपनेपन सी बात थी उन आँखों से दिल तक पहुँचने की चाह थी जिस सफ़र में [...] More -
न जाने किस जुस्तजू में
न जाने किस जुस्तजू में ज़िंदगी ख़ाक किए जाते हैं यादों की अँधेरी राहों में ख़ुद को बर्बाद किए जाते [...] More -
एक बार मरना भी
एक बार मरना भी, क्या कोई मरना है दूर हो के उनसे, क्या हम ज़िंदा है मौत जब तक हमें [...] More -
हमें अपनी ज़िंदगी से
हमें अपनी ज़िंदगी से कुछ यूँ मिटा दीजिए जैसे रेत में पानी की बूँदें मिट जाती हैं दुनिया यूँ न [...] More -
यूँ तो आप हमें
यूँ तो आप हमें, अपना सा कहते हैं कहीं सिर्फ़ लफ़्ज़ों से ही तो हम अपने नहीं दिल जो आपका, [...] More -
दिल को गुमराह कर सकें
हम तो मुस्कुराते हैं कि दिल को गुमराह कर सकें, बहुत गुमान है इसे कि ये इशारों पे नचा सकता [...] More