Tag Archives: जगदीश तिवारी

  • फेकने पर दोहा, जगदीश तिवारी

    भाई इतनी फेंक मत

    भाई इतनी फेंक मत, मत दिखला तू जात जो गरजे बरसे नहीं जग जाने ये बात ढाल ज़रा खुद को [...] More
  • मधुमास पर दोहा, जगदीश तिवारी

    पंछी कलरव कर रहे

    पंछी कलरव कर रहे भंवर करें गुंजार कूक रही कोयल सनम ! भटकाये कचनार मेरे हिय आँगन हँसे जब जब [...] More
  • विश्वास पर दोहा, जगदीश तिवारी

    बाधा से घबरा नहीं

    बाधा से घबरा नहीं करता रह प्रयास मन में रख विष्वास तू रच देगा इतिहास अपने बल पर वो बड़ा [...] More
  • माँ पर दोहा, जगदीश तिवारी

    मातृ दिवस पर माँ पर चन्द दोहे

    माँ आँगन की धूप है, माँ आँगन की छाँव माँ ही तो खेती सनम! घर आँगन की नाव कैसे कैसे [...] More
  • स्वारथ के आँगन बसा

    स्वारथ के आँगन बसा जब से ये इन्सान भूल गया व्यक्तित्व की अपनी वो पहचान बड़ा आदमी क्या बना बदली [...] More
  • सम्बन्धो पर दोहा, जगदीश तिवारी

    अपने को आकाश रख

    अपने को आकाश रख, रख आँखें तू चार सबसे तू सम्बन्ध रख कैसे होगी हार कोयल कूके डाल पर हँसता [...] More
  • जाते-जाते जब हुई

    जाते-जाते जब हुई उससे आँखें चार पतझर भी लगने लगा मुझको सावन यार कभी फूल बन दिन हँसें कभी बने [...] More
  • एक इशारा कर गया

    एक इशारा कर गया आने का वो आज इन्तज़ार का बज रहा तब से हिय में साज देख ! गुड़िया [...] More
  • तक़दीर पर दोहा, जगदीश तिवारी

    हार कभी ना मानना

    हार कभी ना मानना होना नहीं अधीर कर्म से मुख न मोड़ना बदलेगी तकदीर तुम जो मुझको साथ दो कर [...] More
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