Tag Archives: शायर शाद उदयपुरी

  • आह इतनी भरा नहीं करते

    आह इतनी भरा नहीं करते प्यार को मकबरा नहीं करते ख़्वाब आकर चले गये जो शब फ़िक़्र उनकी ज़रा नहीं करते तोड़ के जो चले गये हैं दिल साथ उनके मरा नहीं करते याद कर के तिरी जफ़ायें अब ज़ख्म दिल का हरा नहीं करते घास पानी नहीं जहाँ पर तो जानवर भी चरा नहीं [...] More
  • फ़र्ज़ पर ग़ज़ल, शाद उदयपुरी

    हम किसी का बुरा नहीं करते

    हम किसी का बुरा नहीं करते दुश्मन से भी दग़ा नहीं करते कैसी ख़ुदग़र्जीओं में डूबे हैं फ़र्ज़ अपना अदा नहीं करते वो वफायें सिखा रहे है हमें जो वफायें पढ़ा नहीं करते जिनके दिल में हो नूर का दरिया तारीकी वो ज़रा नहीं करते जिनको चाहा है जान से ज़्यदा मेरे हक़ में दुआ [...] More
  • दिल के दर्द पर ग़ज़ल, शाद उदयपुरी

    क्यों न मेरे हुये

    क्यों न मेरे हुये, तुम सदा के लिये याद में क्यों रहे, तुम जफ़ा के लिये करके वादे वफ़ा, क्यों हवा हो गये ये मिली है सज़ा, किस ख़ता के लिये तोड़ कर दिल मेरा, बोलिये क्यों गये वो खता तो बता दो ख़ुदा के लिये उम्रभर न सही चार पल ही सही इक नज़र [...] More
  • काव्य ज्योति पर हम्द, शाद उदयपुरी

    नाम लेके तिरा

    नाम लेके तिरा, हम शुरू कर रहे तीरगी में यहाँ, रौशनी भर रहे खूबसूरत बनें, ये ज़मीं आसमां चाहतों से सदा, ये भरा घर रहे महफ़िल चारसू, बस अदब की सजे नाम हरदम तिरा, इन लबों पर रहे सिलसिला प्यार का, जोड़कर वो चलो दर्द से आँख ना, कोइ भी तर रहे काव्य ज्योति से [...] More
  • दर्द का एहसास, शाद उदयपुरी

    लगा दी जिंदगी तुमने

    लगा दी जिंदगी तुमने क्यों ऐसे आज़माने को कोई तुमको ना रोकेगा यूँ मंज़िल अपनी पाने को लुटा रखा है सब अपना जो तूने लक्ष्य पाने को आ गया वक़्त अब तेरा शिखर पे रंग जमाने को बहुत मेहनत किया हर क़दम, पर ये जानते हैं हम दिखाना है उड़ान अब हौसलों की ज़माने को [...] More
  • इश्क़ मोहब्बत पर ग़ज़ल, अकबर ख़ान ‘शाद’

    इश्क का रंग गहरा यूँ चढ़ता रहा

    इश्क का रंग गहरा यूँ चढ़ता रहा इश्क़ को दिल लगी वो समझता रहा यार मेरा गुलाबों की मानिंद है खूश्बुओं की तरह वो बिखरता रहा इश्क से जिसकी नज़रें सदा थीं भरी उस नज़र को मिरा दिल तरसता रहा ज़ख्म तुमने दिये तुम दवा थी कभी ग़ैर की जो हुई मैं बिखरता रहा आरज़ू [...] More
  • एकतरफा प्यार पर शायरी इन हिंदी, Ek Tarfa Pyar Shayari

    दिल की धड़कन को उन्होंने सुना ही नही

    दिल की धड़कन को उन्होंने सुना ही नही प्यार जो दिल में है उन्होंने देखा ही नही करें क्या शिकायत उनसे अब हाल-ए-दिल उन्होंने सुना ही नही हम तो उन्हें ख़ुदा समझ बैठे रहे इंसा से ज़्यादा उन्होंने समझा ही नही वो ख़ुश रहे सदा यही दुआ है मेरी मेरे जन्नत का रास्ता उन्होंने देखा [...] More
  • दोस्ती शायरी हिन्दी में, Dosti Shayari Hindi

    दौर-ए-नवाज़िश

    जब दौर-ए-नवाज़िश यूँ चलता रहा मेरे दिल में कुछ और मचलता रहा उसे भी लगी थी बहुत भूख पर निवाले वो अपने बदलता रहा उधर सरहदों पे वो गिरते रहे इधर ख़ूँ हमारा उबलता रहा बहुत ग़म ज़माने ने उसको दिये मेरे दर्द पर वो तड़पता रहा जब से मिले हो मेरे दोस्त तुम ख़ुद [...] More
  • मुलाक़ात शायरी हिंदी में, Mulakat Shayari Hindi

    कोई बात नही हैं हुई

    कोई बात नही हैं हुई अभी रात नही हैं हुई बोलो जाएँ तो जाएँ कहाँ मुलाक़ात नही हैं हुई रात सपने में देखा जिसे सौग़ात नही हैं हुई इश्के बाज़ार में जानेमन अभी मात नही हैं हुई तू मेरी ना हुई तो कभी कायनात नही है हुई दिल में बादल बहुत हैं उठे फिर भी [...] More
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