नेता कब क्या सोचते, करते क्या व्यवहार। मुश्किल इनको समझना,लीला अपरम्पार।। लीला अपरम्पार, एक थैली के चट्टे। लोकतन्त्र के दाँत [...]
More
-
नेता कब क्या सोचते
-
जानते हैं आप कि हम आपसे
जानते हैं आप कि हम आपसे बेशुमार प्यार करते हैं सूरज भी आप हैं और चाँद भी नींद भी आप [...] More -
दिल में तेरे समा सकूँ
दिल में तेरे समा सकूँ वो एहसास बनना चाहती हूँ होठों को तेरे सजा सकूँ वो मुस्कान बनना चाहती हूँ [...] More -
जो बच गए हैं चराग़ उन को बचाए रक्खो
जो बच गए हैं चराग़ उन को बचाए रक्खो मैं जानता हूँ हवा से रिश्ता बनाए रक्खो ज़रूर उतरेगा आसमाँ [...] More -
जितना तेरा हुक्म था उतनी सँवारी ज़िंदगी
जितना तेरा हुक्म था उतनी सँवारी ज़िंदगी अपनी मर्ज़ी से कहाँ हम ने गुज़ारी ज़िंदगी मेरे अंदर इक नया ग़म [...] More -
देखता हूं वह कहां तक उडेगा
देखता हूं वह कहां तक उडेगा । जहां तक उडेगा गगन मे रहेगा । भापेंगा जब कोई खतरा नसीर । [...] More -
दिल बिछड़ने को नही है ।
दिल बिछड़ने को नही है । साथ बस निभाने की है । दिल प्यार से लबालब नसीर । हो गया [...] More -
डूब वासना में सब भूल
डूब वासना में सब भूल, जीवन में बो बैठे शूल। तन मन पर नारी के घाव, देख रहे सब ले [...] More -
बच्चों को भी भूख लगे
बच्चों को भी भूख लगे तो हल्ला करते । पशु-पक्षी भी प्रात काल उठ श्रम पर मरते ।। जग के [...] More