देखता हूं वह कहां तक उडेगा । जहां तक उडेगा गगन मे रहेगा । भापेंगा जब कोई खतरा नसीर । जमीं पर उसको सुरक्षित रखेगा । – नसीर बनारसी मोहम्मद नसरुल्लाह 'नसीर बनारसी' जी की मुक्तक मोहम्मद नसरुल्लाह 'नसीर बनारसी' जी की रचनाएँ [simple-author-box] अगर आपको यह रचना पसंद आयी हो तो इसे शेयर करें
देखता हूं वह कहां तक उडेगा
देखता हूं वह कहां तक उडेगा ।
जहां तक उडेगा गगन मे रहेगा ।
भापेंगा जब कोई खतरा नसीर ।
जमीं पर उसको सुरक्षित रखेगा ।
– नसीर बनारसी
मोहम्मद नसरुल्लाह 'नसीर बनारसी' जी की मुक्तक
मोहम्मद नसरुल्लाह 'नसीर बनारसी' जी की रचनाएँ
[simple-author-box]
अगर आपको यह रचना पसंद आयी हो तो इसे शेयर करें