गीत - कोरे कागज पै कोरे कागज पै लिखूँ सनम तेरा नाम मेरी यादो में रहता है तु, सुबह और शाम कोरे कागज पै...... दिल की गलियों मे तु, जब गुजरता है संग तेरे यादो का कारवाँ, भी गुजरता है जहाँ तु रहे, वहाँ ही मोहब्बत का हो धाम कोरे कागज पै........... हौले-हौले से, जब [...]
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गीत – कोरे कागज पै
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गुजरे जो पल
गुजरे जो पल उन्हें सदा देते। प्यार के शोलो को हवा देते। क्या खता हो गई बताते गर, खुद को भी कोई हम सजा देते। नेकिया कर अगर बता देते लोग तब नुक्स भी गिना देते। लफ़्ज़ होठों पे जब नही आए, अश्क आँखो से तुम बहा देते। मुस्कुराने की जब वजह पुछी जख्म दिल [...] More -
आज दामन उदासी से
आज दामन उदासी से भर गया, इक गम काम अपना कर गया। अपने बिस्तर पर सोते सोते ही, मैं, सपने में जाने किधर गया। दुख की घडियां क्या आई, वक्त न जाने क्यूँ ठहर गया। बाप ने बेटी को जब विदा किया, इक समंदर आंखो मे उतर गया। कोहिनूर की इच्छा शक्ति देखो, कोयले की [...] More -
अभी भी हैं बहुत
अभी भी हैं बहुत सम्भावनाएँ चलो फिर ज़िन्दगी को आज़माएँ संभलकर हर क़दम रखना यहाँ पे कहीं फिर से क़दम ना डगमगाएँ नहीं यूँ अजनबी बनकर रहें हम यहाँ पहचान ख़ुद अपनी बनाएँ असंभव कुछ नहीं है इस जहाँ में ज़हन में बात ये अपने बिठाएँ समय भी आज देखो कह रहा है समय के [...] More -
जंगल मे ये क्या
जंगल मे ये क्या गदर हो रहा है, आज हर इक शज़र रो रहाँ है। गाँव मे हम बूँद बूँद के लिये तरसे, और शहर मे तू कार धो रहा है। मेरे शहर मे रोज तांडव हो रहा है, अमीरे शहर ऐ सी में सो रहा है। आदमी ही आदमी नज़र आ रहे है, आजकल [...] More -
इस तरह से
इस तरह से हाल पूछा, मौन रह कर सवाल पूछा। चिंता कोई नही है जब, फिर कैसे उडे बाल पूछा। शिकारी ने परिंदे से कैसा लगा जाल पूछा। प्यादे ने वज़ीर को मात दे कर कैसी है ये चाल पूछा। मिला जब विकास हमसे, कहाँ है आटा दाल पूछा। नीरव मोदी, विजय माल्या से कहाँ [...] More -
थक गया हूँ मै
थक गया हूँ मै आराम चाहिए, महफ़िल से सजी शाम चाहिए। जिंदगी ने खुशियो से ख़ूब नवाज़ा, सहेजने को अब गोदाम चाहिए। नाम तो अब तक बहुत मिला है, अब थोडा सा वक्त गुमनाम चाहिए। लोग बाहर से कुछ अंदर से कुछ, सबको डुप्लीकेट हमनाम चाहिए। ज़रूरतमंदों की मदद कर सकूँ मैं, मुझको इक ऐसा [...] More -
पहले तो कुछ दाने बांटे
पहले तो कुछ दाने बांटे, फिर परिंदो के पर कांटे। हे रब, अमीरो और गरीबो को कर दो अब तुम आटे साटे। शादी के वक्त है गाजे बाजे, गृहस्थी मे फिर होते है सन्नाटे। नींद मुझको आती नहीं अब, सुन कर बीबी के खर्राटे। बाते करते वो ऊँची ऊँची, कद मे जो है छोटे नाटे। [...] More -
आज मेरी ही ग़ज़ल
आज मेरी ही ग़ज़ल को गुनगुनाना आपका यूँ नज़र मुझसे मिलाकर मुस्कराना आपका रौशनी बन हँस रहे हो आप मेरी राह में और इस दिल से अंधेरे को भगाना आपका पास जब आया तुम्हारे सकपका तुम क्यों गये हम को तो अच्छा लगा यूँ सकपकाना आपका पास भी आओ ज़रा सा मत लजाओ इस तरह [...] More