Tag Archives: इक़बाल हुसैन ‘इक़बाल’

  • हमने अर्पण किया

    हमने अर्पण किया जान तन आप पर । आ गया है हमारा ये मन आप पर । इक झलक पर [...] More
  • हादसों पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    छोड़ो हमारा साथ

    छोड़ो हमारा साथ जो तुमको बुरा लगे । वो साथ कैसा साथ जो मिलकर जुदा लगे । था मुद्दतों का [...] More
  • अजब मौजे तूफ़ान

    अजब मौजे तूफ़ान के वलवले हैं । नदी की अगन से किनारे जले हैं । दहकते बदन से डरे कब [...] More
  • ख्वाब पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    वो जफ़ा थी या वफ़ा

    वो जफ़ा थी या वफ़ा भूल गए हैं अब तक । आप क्यूँ जाने उसे याद रखे हैं अब तक [...] More
  • दर्पण पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    चाहत है तो कुछ

    चाहत है तो कुछ दूरी जरूरी है दर्पण जैसी मज़बूरी ज़रूरी है आपको तब तक नहीं आएगी ज़ख़्मों की जबां [...] More
  • दुआओ पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    तुम तो अपना प्याला

    तुम तो अपना प्याला बड़ा रक्खो यारो ये साकी पे छोड़ो भरता कितनी है तेरे काग़ज के फूलों का सबब [...] More
  • पैसो पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    मतले ही रह गये

    जाने अनजाने रिश्ते भी ख़ास हो जाते हैं जब पैसे दो पैसे किसी के पास हो जाते हैं मुफलिसी में [...] More
  • आईने पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    चन्द खुले अश आर

    आईना धुंधला ही रहने दीजिये साफ़ होगा तो सच नहीं सह पाओगे आईना भी बेश क़ीमती हो जाएगा जिस दिन [...] More
  • बेजुबान पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    बुलन्दी पे नज़र

    बुलन्दी पे नज़र आने वाले बता कितने कांधे लहूलुहान किये हैं बनाने को अपना ये आलीशान मकाँ तबाह कितने कच्चे [...] More
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