रख्खेंगे लोग ज़हन में तुझको संभाल कर क़ायम तो इस जहान में कोई मिसाल कर जो मुझसे कह रहा था कि कोई सवाल कर वो शख़्स ले गया है मेरा दिल निकाल कर इस तीरगी का और भी बढ़ने लगा ग़ुरूर कुछ और तेज़ अपना ये रंग-ए-जमाल कर दुनिया की भीड़ भाड़ में खो जाना [...]
More
-
रख्खेंगे लोग ज़हन में तुझको संभाल कर
-
प्यार का मेरे यह फ़साना है
प्यार का मेरे यह फ़साना है रात भर जागना मनाना है तुझसे मिलकर ही मैंने जाना है कितना आसान मुस्कुराना है इक तेरे प्यार की बदौलत ही मेरा हर दिन हुआ सुहाना है उस बदन की मिसाल क्या दूँ मैं वो मुजस्सिम शराबखाना है छोड़ आया हूँ.दीन दुनिया को तेरा पहलू ही अब ठिकाना है [...] More -
दर्दे दिल की किताब रहने दो
दर्दे दिल की किताब रहने दो ये मुसलसल अज़ाब रहने दो तुम से करती हूँ इल्तिजा इतनी मेरी आँखों में ख्वाब रहने दो हर खुशी आपको मुबारक हो मेरी आँखों में आब रहने दो इश्क में हमने तुमने क्या पाया फ़िर करेंगे हिसाब रहने दो आप से क्या वफ़ा की उम्मीदे खैर, छॊडॊ जनाब रहने [...] More -
जब से उनकी नज़र हो गयी
जब से उनकी नज़र हो गयी हर खुशी हमसफ़र हो गयी राहे उल्फ़त में हर इक क़दम मैं तेरी रहगुज़र हो गयी उनको पा के भी पा न सके हर दुआ बेअसर हो गयी आज की शब भी तन्हा कटी वो न आये सहर हो गयी उनसे बिछडे तो ऐसा लगा ज़िन्दगी मुख्तसिर हो गयी [...] More -
आँख से मिलाई आँख चैन छीन ले गए वो
आँख से मिलाई आँख चैन छीन ले गए वो, मन का मयूर झूम झूम नाचने लगा। दुनिया की सारी पुस्तकों को रखा ताख पर, प्रेम ग्रन्थ ध्यान मग्न हो मैं बाँचने लगा। भूख प्यास रूठ गई नींद भी है गुम कहीं, सेहत हमारी हर कोई जाँचने लगा। पोखर में उतरा मैं कभी भी रजत नहीं, [...] More -
कद मे बडे हुए अब जो मिनारो से
कद मे बडे हुए अब जो मिनारो से। सजने लगे अब वो चाँद सितारो से। चुनावी मौसम अब नजदीक आने लगा है, सजने लगे कुछ पतझड़ भी अब बहारों से। मिलने लगे अब वो घर घर जाकर, मिलती थी जिनकी खबर अखबारो से। कोशिश है उनकी महके, पर वो महके नही, खुशबू आती कहाँ है [...] More -
निभाओ कुछ बड़ा किरदार भाई
निभाओ कुछ बड़ा किरदार भाई समय यूँ मत करो बेकार भाई लुटे कितने यहाँ घर बार भाई पढ़ो कुछ तो ज़रा अख़बार भाई बने अपने यहाँ ख़ुद ही लुटेरे कि जीना हो गया दुश्व़ार भाई जला दो नफ़रतों का घर दिलों से बनो अपनो के तुम गलहार भाई शरारत कर रहा अपना पड़ौसी सभी रहना [...] More -
ज़िन्दगी जीना सिखाती है
हर पल की तुम बात न पूछो कैसे गज़री रात न पूछो बाहर सब कुछ सूखा सूखा अंदर की बरसात न पूछो जिसको सुन के पछताओगे तुम मुझसे वो बात न पूछो दुनिया से तो जीत रहा हूँ ख़ुद से ख़ुद की मात न पूछो साहिल पे ही डूब गए वो कैसे थे हालात न [...] More -
ज़िक्र मेरा जो बुराई में भी करता होगा
ज़िक्र मेरा जो बुराई में भी करता होगा ग़ैर तो होगा नहीं वो कोई अपना होगा चाँद को पाने की ज़िद्द उसकी बज़ा है लेकिन वो कोई दाना नहीं होगा तो बच्चा होगा हर क़दम चलके जो रूक जाता है तन्हा अक्सर अपने साये से यक़ीनन ही वो डरता होगा रू-ब-रू होने से क्यूँ डरते [...] More