हम बैठे घरो मे, कोई छाँव ढूँढ रहा कोई पथिक राह में, वट-वृक्ष ढूँढ रहा। बरस रहे है अंगारे, धरती [...]
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कोई छाँव ढूँढ रहा
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हम अपने दिल का राज
हम अपने दिल का राज बताये किसे किसे दामन में लगा दाग दिखाये किसे किसे लहरों से खेलता रहा दरिया [...] More -
रह न पाये अब अंधेरा
रह न पाये अब अंधेरा | तोड़ दो तटबन्ध सारे प्रखर हो जाये सवेरा || व्योम की परछाइयाँ जब बादलों [...] More -
कितने अनजाने हैं लोग
कितने अनजाने हैं लोग | कितने दीवाने हैं लोग || तोड़ सभी सीमा के बन्धन करते हैं सहास अभिनन्दन भीतर [...] More -
कहीं से रोशनी लाओ
कहीं से रोशनी लाओ बहुत अंधेरा है यहाँ हर काफिले संग जुगनुओं का डेरा है भाषण की रोटी खाने से [...] More -
आओ कुछ मनसायन
आओ कुछ मनसायन कर लो मन का ताप पिघल जायेगा चौराहे पर खड़े बटोही का अभिशाप बदल जायेगा कितनी सदियों [...] More -
इस तरह कब चलेगा
इस तरह कब चलेगा दर्द सारे चुक गये पतवार बनकर अश्रु सारे झर गये नीहार बनकर यह अकेली साँस कब [...] More -
इन्द्रधनुषी रंग से
इन्द्रधनुषी रंग से तुमने लिखा है तितलियों के पंख पर इतिहास मेरा सांस का पतझार नैनों में समेटे जल रहा [...] More -
इश्क़ में खोए लोगों
इश्क़ में खोए लोगों को दुनियादारी नही दिखती धड़कते दिल को जहां की समझदारी नही दिखती जिनके दिल में नफ़रत [...] More