हाँ अहसास है मुझे कि आसपास हो तुम, हाँ, इकरार है मुझे कि कुछ खास हो तुम। ज़िन्दगी की भागमभाग [...]
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हाँ अहसास है मुझे कि आसपास हो तुम
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बनना चाहती हूँ
तेरी कहानी का बस एक, किरदार बनना चाहती हूँ, तुझे बेइंतहा चाह कर, फिर गुनहगार बनना चाहती हूँ। मालूम है, [...] More -
रामा चला गया
रामा चला गया.. अपने परिवार की याद में घुटकर, चेन्नई से यहाँ के संक्रमण में , उसका पशु मन नहीं [...] More -
धधकी कैसी आग वतन में
धधकी कैसी आग वतन में मानवता का ज्वाला उठा राजनीति की देख कुटिलता जनमानस चीत्कार उठा मानव मन भर गयी [...] More -
मातृभूमि के माला के मन के हैं हम
मातृभूमि के माला के मन के हैं हम स्नेह धागे में सब हैं पिरोए हुए जन्भूमि के उत्कर्ष हमें चाहिए [...] More -
इंसान और इंसान के बीच लकीरे खींचा करते हैं
इंसान और इंसान के बीच लकीरे खींचा करते हैं, घमंड के बीज को झूठी शान से सींचा करते हैं। मुंह [...] More -
हर एक मसले का जरूर कोई हल होगा
हर एक मसले का जरूर कोई हल होगा, झोपड़ी के ख्वाबो मे भी इक महल होगा। समंदर से शांत नजर [...] More -
दावा था राज करने का, जिनका जहान पर
दावा था राज करने का, जिनका जहान पर वो सो रहे हैं हार कर, अपने मकान पर जो लोग अपने [...] More -
बच्चा जवां हुआ है, गोदी में जिसकी पल के
बच्चा जवां हुआ है, गोदी में जिसकी पल के है देखता उसी को, तेवर बदल-बदल के माँ के कदम के [...] More