भूलकर हर अलम अब ख़ुशी चाहिये बस ख़ुशी से भरी ज़िन्दगी चाहिये भूल बैठा हूँ आलम को तेरे लिए इस ख़ता की सज़ा अब नही चाहिये है अँधेरा ये माना तेरे चारसू तू जला ख़ुद को गर रौशनी चाहिये क्या मिलेगा हमें दुश्मनी से भला दुश्मनी भूल जा दोस्ती चाहिये चार पैरों पे यूँ ही [...]
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भूलकर हर अलम
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लड़ ज़माने से
लड़ ज़माने से जिगर पैदा कर मेहनत करके हुनर पैदा कर मंज़िलें तुझको मिलेंगी आख़िर हिम्मतों से वो डगर पैदा कर दौड़ में तू ही यहाँ जीतेगा हौसलों में वो लहर पैदा कर सुर्खियों में तब रहेगा मुमकिन बेहतर कोई ख़बर पैदा कर बात तेरी तब सुनेगी दुनियाँ बात में अपनी असर पैदा कर इश्क़ [...] More -
हाँ तुम्हारे दिल में भी
हाँ तुम्हारे दिल में भी ये आग जलनी चाहिए अब हमारे देश की सूरत बदलनी चाहिए दुश्मनों की चाल को नाकाम कर दे जो सदा देश पर आयी बलाएं देख टलनी चाहिए महफिलों में मैं अकेला ही यहाँ रहने लगा अब यहाँ मेरी कमी भी यार खलनी चाहिए हो रहा बदहाल क्यूँ ये देश मेरा [...] More -
मैं करूँगा इंतज़ार
मैं करूँगा इंतज़ार हो सके तो लौट आ दिल हुआ है बेक़रार हो सके तो लौट आ जो लगे इल्ज़ाम नाम पर मिरे सब झूठ हैं मैं नहीं हूँ गुनहगार हो सके तो लौट आ रूठ कर यूँ बे हिसाब हो रहा है क्यूँ ख़फ़ा भूल जा अब जीत हार हो सके तो लौट आ [...] More -
किसको दूँ मैं वोट यहाँ पर
किसको दूँ मैं वोट यहाँ पर सबके भीतर खोट यहाँ पर कोई बाँटे बोतल शॉटल कोई फ़ेंके नोट यहाँ पर कोई धोती पगड़ी पहने कोई पहने कोट यहाँ पर अब तक कोई पुल न बना था अब है देखो बोट यहाँ पर जब से आयी तारिख़ वोट की मदिरा औ दा'लमोट यहाँ पर बढियाँ नेता [...] More -
दर्द हद से सिवा बढ़ता रहा
दर्द हद से सिवा बढ़ता रहा और बढ़ना दवा बनता रहा हाल पूछा सभी ने यूँ मे'रा ज़ख्म नासूर सा होता रहा क्यूँ जुदा बोलिये मुझसे हुये मैं अकेला वफ़ा करता रहा आज तनहाइयाँ तुमसे मिलीं सोचकर आह मैं भरता रहा ख़्वाब में जब मिरे आने लगे क़ाफ़िला प्यार का चलता रहा तुम जफ़ा पे [...] More -
तुम लाख दूर जाओ
तुम लाख दूर जाओ मगर कुछ भी नहीं होना हम दोनो साथ रहने की ख़ातिर हुए हैं पैदा हसरत नहीं हैं मुझको कि महलों में हो ठिकाना ये आसमाँ चादर हैं मेरी ये ज़मी बिछौना पैसे कमाने के लिये क्या क्या पड़ा है खोना देखूँ मैं पीछे मुड़ के तो आता हैं मुझको रोना समझा [...] More -
तन्हा होकर भी मैं
तन्हा होकर भी मैं तो न तन्हा रहा रात भर दीप जो, साथ जलता रहा होके तुझसे जुदा मैं बिखरता रहा एक तू ही मगर, मुझको जँचता रहा साज के दर्द से, लोग हैं बेख़बर राग बजता रहा, दर्द बढ़ता रहा दे गया वो दग़ा, यार था जो कभी चाल चलता रहा, साथ चलता रहा [...] More -
मैं जहाँ हूँ दिखाई देता हूँ
मैं जहाँ हूँ दिखाई देता हूँ दिल से सुनिए सुनाई देता हूँ तोड़ लाये हैं आज तारे वो दिल से उनको बधाई देता हूँ जर्रे जर्रे में हूँ समाया हुआ दिल से देखें दिखाई देता हूँ मिलिए हमसे तो एक पल के लिये दिल से ये ही दुहाई देता हूँ झूठे वादे किए थे दिलबर [...] More