देवेन्द्र कुमार सिंह 'दद्दा'

देवेन्द्र कुमार सिंह 'दद्दा'

देवेन्द्र कुमार सिंह ‘दद्दा’ जी हिंदुस्तान के प्रख्यात वरिष्ठ हिंदी कवि हैं जिन्होंने अपना समस्त जीवन साहित्य साधना में लगा दिया। वे देश के हर कोने में विभिन्न कवि सम्मेलनों में काव्य पाठ कर चुके हैं। माँ सरस्वती की असीम कृपा व साहित्य के प्रति उनके विशेष प्रेम की वजह से उनकी रचनाओं में गहरे भाव होते हैं व विविध विषयों के इंद्रधनुषी रंग विद्यमान होते हैं।

नाम: देवेन्द्र कुमार सिंह ‘दद्दा’

पिता: स्व:भोला नाथ सिंह

माता: स्व: हंसराजी देवी

जन्म स्थान: वीराँव कोट, जनपद – वाराणसी, उत्तर प्रदेश

जन्म तिथि: 15 अक्टूबर 1938

शिक्षा: एम ए

कार्यक्षेत्र: सुभद्रा कुमार इण्टर कालेज, बसनी, वाराणसी से प्रवक्ता (हिन्दी) के पद से सेवा निवृत्त

साहित्यिक क्षेत्र में: कक्षा 8 में छात्र के रूप में अध्ययन काल में पहली कविता के रचना की और छात्र-जीवन, अध्ययन-काल तथा इसके बाद सेवा निवृत्रि के लगभग 20 वर्षो की अवधि बीतने के पश्चात् भी साहित्य-साधना में तल्लीन। सम्पूर्ण भारत भर में आयोजित अनेक कवि सम्मेलनों में समय-समय पर सहभागिता।

प्रेरणा श्रोत: स्व. माँ और छात्र जीवन के समस्त गुरुजन।

विशेष प्रेरक: हिन्दी साहित्य-जगत के प्रख्यात कवि स्व: ठाकुर प्रसाद सिंह और स्व. राम विनायक सिंह

रचनायें:

१. कंचन गंधा (काव्य संग्रह, प्रकाशित)
२. कर्ण (खण्ड काव्य, प्रकाशित)
३. भीष्म (महा काव्य, प्रकाशाधीन)
४. संगम (कहानी संग्रह, प्रकाशाधीन)

सम्पर्क: 9451724583

काव्य मंचों पर प्रस्तुति देते हुए

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