गुज़र कर क़रीब से यूं हंसे अजीब से पूछ तो लेना था हादसा गरीब से बहुत पछताओगे उतर कर सलीब से है बड़ा दिल वो ही जो मिले रक़ीब से हौसला कभी नहीं हारता नसीब से ज़ोर है तुझमें गर ला मिला हबीब से – इक़बाल हुसैन “इक़बाल” इक़बाल हुसैन “इक़बाल” जी की ग़ज़ल इक़बाल हुसैन “इक़बाल” जी की रचनाएँ [simple-author-box] अगर आपको यह रचना पसंद आयी हो तो इसे शेयर करें
गुज़र कर क़रीब से
गुज़र कर क़रीब से
यूं हंसे अजीब से
पूछ तो लेना था
हादसा गरीब से
बहुत पछताओगे
उतर कर सलीब से
है बड़ा दिल वो ही
जो मिले रक़ीब से
हौसला कभी नहीं
हारता नसीब से
ज़ोर है तुझमें गर
ला मिला हबीब से
– इक़बाल हुसैन “इक़बाल”
इक़बाल हुसैन “इक़बाल” जी की ग़ज़ल
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